Friday 27 September 2019
किसी ने पूछा इतना अच्छा
किसी ने पूछा इतना अच्छा कैसे लिख लेते हो !
मैंने कहा दिल तोडना पड़ता है लफ्जो को जोड़ेने के लिए !!
माना की तुम जीते हो
माना की तुम जीते हो ज़माने के लिए,
एक बार जी के तो देखो हमारे लिए ,
दिल की क्या औकात आपके सामने ,
हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिए !!
करदे नज़रे करम
करदे नज़रे करम मुझ पर ,
मैं तुझ पर ऐतवार कर दूँ ,
दीवाना हूँ तेरा ऐसा ,
की दीवानगी की हद को पार कर दूँ!!
न ज़िद है न गुर्रर है
न ज़िद है न गुर्रर है हमे,
बस तुम्हे पाने का सुररूर है हमे,
इश्क़ गहन है तो गलती की हमने,
सज्जा जो भी हो मंज़ूर है हमे!!
शिकवा
नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं !
कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता !!
saja isq ki
क्यों न सजा मिलती हमे महोब्बत मै आखिर
हमने भी बहुत दिल तोड़े थे उस सक्श की खातिर !
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