Wednesday 8 June 2016

मत ढूंढ मेरा किरदार दुनिया की भीड़ मैं !
वफादार तो हमेशा तनहा हे मिलते है !!
लिखना था की,खुश है हम तेरे बगैर भी यहाँ हम !
मगर कमवक्त। ..
अंशु भी कलम से पहले हे चल दिए !!
kitna pyar hai dil main tere liye agar byaan kr dunga ,
to tu kya ye duniya bhi teri deewani ho jayegi!!

इतना कीमती ना कर खुद को ,
हम गरीब लोग है
हम मंहगी चीज़ो को छोड़ देते है !!
फिर नींद से जाग कर आस पास ढूंढता हूँ तुम्हे !
क्यों ख़्वाबों मैं इतने पास आ जाती हो तुम !!
 नहीं रही महोब्बत की वो शिद्दत आज !
लोग जिस्म की प्यास भुझाने को महोब्बत का नाम देते है !!
सच  मैं डिजिटल हो गया है इंडिया !!
अब दिल भी ऑनलाइन तोड़ने लगे है लोग!!
कभी फुर्सत मिले तो बता देना !
ऐसे कोनसी महोब्बत थी जो मैं तुझे दे नहीं पाया !!
तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता !
पूरी उसकी होती है जो दकदीर लेकर आता है !!
मुझे छोड़ने की वजह तो बता देते मुझे !
मुझसे नाराज़ थे या मुझे जैसे हज़ार थे !!

Ads Inside Post