Sunday 13 November 2016
सुनो
मेरी सरकार तो तुम हो।
कहीं तुम न कह देना।
नया दिल आ गया है
अब पुराना दिल नहीं चलेगा !!
बहार बन के आऊं कभी तुम्हारी दुनियां मैं !!
गुज़्ज़र न जाये ये दिन कहीं इसी तम्मना मैं !!
कोण ख़रीदेगा हीरो के दाम मैं तुम्हारे आंशूं ,
वो जो दर्द का सौदागर था ,महोब्बत छोड़ दी उसने !!
किसी ने हमसे कहा इश्क़ धीमा ज़हर है !
हमने भी मुस्कुरा के कहा जल्दी हमे भी नहीं है !!
बंदिशें तो सिर्फ तेरे प्यार की है
वार्ना जंज़ीरों की इतनी औकात नहीं !!
तेरे बाद किसी को प्यार से न देखा हमने। ........
हमे इश्क़ का शोक है आवारगी का नहीं!!
माँ के पैरों के निचे जन्नत है !!
सोचो सर का मक़ाम क्या होगा !!
काश तेरा प्यार भी निकाह जैसा होता
काश तेरा प्यार भी निकाह जैसा होता !!
तीन बार प्यार प्यार प्यार कहते और तेरे हो जाते !!
क्यों एक दिलको दूसरे दिल की खबर ना हो !!
वो दर्द-ऐ-इश्क़ ही क्या जो इधर उधर ना हो !!
दिल नादान
टूटने के बाद भी उनके लिए धड़कता है। ........!!
लगता है मेरे दिल का दिमाग ख़राब हो गया है। .........!!
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